दरवाजों को महाराष्ट्र की सागौन की लकड़ी से बनाया गया है। इन पर सोना चढ़ाकर हैदराबाद के कारीगरों ने नक्काशी का काम किया है।
अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के सोने के दरवाजे की पहली तस्वीर सामने आई है। यह दरवाजा करीब 12 फीट ऊंचा और 8 फीट चौड़ा है। इसे फर्स्ट फ्लोर पर लगाया गया है। आने वाले 3 दिनों में 13 और दरवाजे लगाए जाएंगे।
गर्भगृह में सिर्फ 1 दरवाजा होगा। इसके चौखट के ऊपर भगवान विष्णु की शयन मुद्रा में चित्र को उकेरा गया है। राम मंदिर में कुल 46 दरवाजे लगेंगे। इनमें से 42 पर 100Kg सोने की परत चढ़ाई जाएगी।
सीढ़ियों के पास 4 दरवाजे लगेंगे। इन पर सोने की परत नहीं होगी। इन दरवाजों को महाराष्ट्र की सागौन की लकड़ी से बनाया गया है। इन पर हैदराबाद के कारीगरों ने नक्काशी का काम किया है।
यह राम मंदिर के सोने के दरवाजे की पहली तस्वीर है।
इसके बाद इन पर तांबे की परत लगाई गई। फिर सोने की परत चढ़ाई जा रही है। राम लला का सिंहासन भी सोने का बनाया जाना है। यह काम भी 15 जनवरी तक पूरा कर लिया जाएगा। मंदिर का शिखर भी सोने का होगा, लेकिन इस काम को बाद में किया जाएगा।
1 किलो सोना-7 किलो चांदी से बनाई गईं चरण पादुकाएं
ये पादुकाएं एक किलो सोने और सात किलो चांदी से बनाई गई हैं।
मंदिर में भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के बाद उनकी चरण पादुकाएं भी रखी जाएंगी। ये चरण पादुकाएं एक किलो सोने और सात किलो चांदी से बनाई गई हैं। इन्हें हैदराबाद के श्रीचल्ला श्रीनिवास शास्त्री ने बनाया है।
राम मंदिर की 5 तस्वीरें देखिए...
ये राम मंदिर परिसर में जटायू टीला पर लगी प्रतिमा है।
दीवारों पर बेहद बारीकी से खूबसूरत प्रतिमाएं उकेरी गई हैं।
राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा की तैयारियां अंतिम चरण में चल रही हैं। फोटो में मंदिर का ग्राउंड और फर्स्ट फ्लोर दिख रहा है।
मंदिर परिसर के अंदर का दृश्य रात के वक्त रोशनी में विहंगम दिखता है।
परिसर में हाथियों की भी बड़ी-बड़ी प्रतिमाएं लगाई गई हैं।
18 जनवरी से शुरू होगा मूर्ति अधिवास
विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता और धर्माचार्य संपर्क प्रमुख अशोक तिवारी ने बताया, ''18 जनवरी से मूर्ति अधिवास प्रारंभ होगा। इस दिन सुबह-शाम जलाधिवास होगा। 19 जनवरी की सुबह फल और शाम को धान्य अधिवास होगा। 20 जनवरी की सुबह पुष्प और शाम को रत्न अधिवास होगा।
21 जनवरी की सुबह शर्करा, मिष्ठान और मधु अधिवास होगा और शाम को औषधि और शय्या अधिवास होगा। भगवान राम सूर्यवंशी हैं, इसलिए द्वादश अधिवास हो रहे हैं। इसके अलावा 16 से 22 जनवरी तक चतुर्वेद यज्ञ होगा। 22 जनवरी को रामलला के विग्रह की आंखों से पट्टी खोली जाएगी और उन्हें दर्पण दिखाया जाएगा।''
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अयोध्या में 22 जनवरी को राम लला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इससे पहले राम मंदिर से 2 किमी दूर सरयू नदी के बालू घाट पर 100 एकड़ में टेंट सिटी बसाई गई है। यहां 14 से 25 जनवरी तक राम नाम महायज्ञ चल चलेगा